Honey Benefits in Hindi: प्रकृति की ओर से जितनी चीजें भोजन के तौर पर मनुष्य को प्रदान की गई हैं उनमें शहद एक ऐसा भोज्य पदार्थ है।
जो न केवल भोजन के तौर पर बल्कि दवा के रूप में भी प्राचीन काल से आज तक प्रयोग में लाया जाता रहा है।
शहद आपके खानों की मिठास बढ़ाने के काम तो आता ही है मगर सेहत के लिए भी अति उत्तम है।
यूरोप और अन्य देशों में एलोपैथिक की बहुत सी दवाओं में इसका प्रयोग प्राचीन काल से आज तक हो रहा है।
यह न केवल मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बल्कि सुंदरता बढ़ाने के भी काम आता है।
आजकल चेहरे की ब्यूटी और सुरक्षा के लिए जो Face Pack बनाए जाते हैं उसमें शहद एक आवश्यक तत्व के रूप में शामिल किया जाता है।
येे बेहतरीन Preservative होने की बिना पर इसे फलों को सुरक्षित रखने के लिए भी यूज़ किया जाने लगा है क्योंकि यह खुद भी खराब नहीं होता और दूसरी वस्तुओं को भी लंबे समय तक सुरक्षित रखता है।
शहद के बहुत से फायदे हैं जो कि निम्नलिखित हैं_
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शहद में अनेक औषधिय गुण होते हैं जो कोलिनेर्जिक सिस्टम व परिसंचरण तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते हैं व मस्तिष्क को स्वस्थ बनाते हैं ।
याददाश्त को बेहतर करने के लिए स्टूडेंट के लिए शहद का नियमित सेवन बेहतरीन उपाय है।
शहद में मौजूद मिठास खून में इंसुलिन की सक्रियता बढ़ाती है जिससे एक केमिकल सेरोटोनिन निकलता है जो ऐसे हार्मोन में बदल जाता है
जो दिमाग के आराम वअच्छी नींद के लिए जरूरी है।
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डॉक्टरों की रिसर्च रिपोर्टस से साबित होता है कि शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स धमनियों को सुकड़ने से बचाते हैं
धमनियों का सुकड़ना दिल की धड़कन रोकने याददाश्त खराब होने और सिर दर्द की वजह होता है परंतु रोज एक गिलास पानी के साथ दो से तीन चम्मच शहद इसे बचाने में मदद करता है
जिन मरीजों को दिल के दौरे पड़ते हैं उनके लिए भी है शहद फायदेमंद है।
शुध्द शहद मे एंजाइम,प्रोटीन, खनिज लवण व अमीनो एसिड की मात्रा ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में योग दान देती है।
शहद में ग्लूकोज व फल शर्करा के सही समायोजन के कारण ग्लूकोज तुरंत शरीर द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है और व तत्काल ऊर्जा प्रदान करता है।
शारीरिक व्यायाम के दौरान एथलीट ऊर्जा बढ़ाने के लिए ग्लूकोज के स्थान पर शहद का प्रयोग करते हैं।
अगर आप बढ़ते शारीरिक भार से चिंतित हैं तो डॉक्टर्स का मानना है के मीठे पकवानों में शुगर के बजाय शहद को शामिल करें।
क्योंकि शहद की मिठास शुगर की मिठास से अलग होती है जोकि मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाती है और बढ़ते शारीरिक भार को कम करने का सर्वोत्तम उपाय है।
शहद में कोलेस्ट्रोल नहीं होता बल्कि यह ऐसे तत्वों व विटामिन्स से भरपूर है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कोलेस्ट्रोल की सतह में कमी लाते हैं।
ऐसे तत्वों की सतह बनाए रखने के लिए जो फालतू कोलेस्ट्रोल से लड़ते हैं रोजाना शहद का प्रयोग अवश्य करें।
शहद की घावों को उपचार करने की शक्तियां बहुत प्रभावी हैं। इसके जीवाणुरोधी और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभावों के कारण इस में जले व कटे स्थान के आसपास के ऊतकों को पोषित करने की क्षमता है।
इसके एंटीबैक्टीरियल व प्राकृतिक रूप से सेप्टिक व जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण संक्रमित स्थान के बैक्टीरिया को नष्ट करने का कार्य करते हैं ।
ये चोट व घाव को साफ व संकरमण से मुक्त करते हैं
साथ ही ये घाव की गंध व दर्द को दूर करता हैै कटी हुई त्वचा पर लगाना भी लाभदायक है।
दांतो के लिए शहद एक बेहतरीन टॉनिक है इसे सिरके में मिलाकर दांतों पर मलने से दांतो को मजबूती वे चमक प्राप्त होती है।
इसके एंटी बैक्टीरिया व संक्रमणरोधी गुण मसूड़ों की बीमारी जैसे जीनिंगविटाइट व रक्तस्राव का असर काफी कम कर देते हैं
गुनगुने पानी में शहद व सिरके के साथ नमक मिलाकर गरारे करने से गले में मसूढ़ों की सूजन खत्म हो जाती है।
शहद एक एंटी बैक्टीरियल पदार्थ है जो पूरे पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है।
शहद में पाया जाने वाला एंजाइम हाइड्रोजन पेरेक्साइड की कम मात्रा का उत्पादन करता है जोकि गैस्ट्राइटस का इलाज कर सकता है।
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anti bacterial होने की वजह से खाली पेट एक चम्मच शहद को खाना बहुत सारी ऐसी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है सिस्टम से Dijestive sy जुड़े होते हैं।
मैदे तक जाते हुए शहद रोगाणुओं को नष्ट कर शरीर के अंदर के छोटे घावों को भर देता है सुबह खाली पेट शहद पीने से पुरानी कब्ज ठीक हो जाती है और खट्टी डकार बंद हो जाती हैं।
शरीर में जहर के प्रभाव को कम करने के साथ-साथ यह फूड पॉइजनिंग food poisoning के उपचार में भी अति उत्तम है।
इसमें antioxidant के तत्व होते हैं जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का ही कार्य नहीं करते।
बल्कि इसकी anti bacterial तत्व बाहरी त्वचा को लगाने से एक्जिमा दाद व खुजली की समस्या से छुटकारा मिलता है।
यह गंदगी हटाने व त्वचा को नरम बनाकर प्राकृतिक रूप से त्वचा की सफाई करने वाले पदार्थ के रूप में कार्य करता है
रात को सोने से पहले शहद लगाकर सुबह गुनगुने पानी से धो लेने पर एक्जिमा दाद व सोरायसिस जैसे त्वचा विकारों व संक्रमण से बचाता है ।
यह प्राकृतिक हुमेकटेंट humectant है जो त्वचा की नमी moisturizes बनाए रखता है व त्वचा की सूजन व सूखेपन को दूर करता है।
शहद माइकोटॉक्सिंस कवक द्वारा उत्पादित विषाक्त पदार्थ के हानिकारक प्रभावों को कम करता है। अफीम व भांग के प्रभाव को दूर करने के लिए, गर्म पानी में शहद का प्रयोग करना अति उत्तम है।
खांसी की रोकथाम के साथ-साथ शहद ऐसे एंटीबैक्टीरियल पदार्थ का कार्य भी करता है जो गले की तकलीफ में लाभ पहुंचाता है।
आधा कप पानी में एक चाय का चम्मच पिसी हुई अदरक एक या दो नींबू का रस और एक चाय का चम्मच शहद मिक्स करें,
इससे गरारे करने पर खांसी ही नहीं गले की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
Honey Benefits in Hindi: आइए जानते हैं कुछ अन्य शहद के फायदे के बारे में।
शहद अति उत्तम भोज्य पदार्थ है परंतु इस का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिये-
1- हमेशा बेहतरीन क्वालिटी का शहद ही खरीदें बैक्टीरिया को दूर करने के लिए पकाया जाने वाला शहद ना खरीदें बल्कि प्राकृतिक तौर पर तैयार बगैर पका शहद ही खरीदें।
2- पानी या ग्रीन टी में थोड़ी मात्रा में ही शहद मिलाएं।
3- छोटे बच्चों को जो 1 वर्ष से कम आयु के हों अधिक शहद ना दें।
4-गर्मी और धूप से शहद को सदैव बचाकर ठंडी जगह पर रखें।
5-डायबिटीज के रोगी बगैर डॉक्टर की सलाह शहद का सेवन ना करें।
6- शहद को सदैव एयर टाइट कंटेनर में भरकर रखें इससे यह लंबे समय तक ठीक रहता है और खराब नहीं होता।
7- अत्यधिक मात्रा में शहद का प्रयोग गंभीर पेट की परेशानी का कारण भी हो सकता है फ्रक्टोज से युक्त शहद छोटी आंत के पोषक तत्वों की अवशोषण क्षमता को बाधित कर सकता है।
8-आंत, ग्रहणी, व मैदे के रोगों में इसका कोई खास फायदा नहीं है इसलिए इन बीमारियों में शहद पर निर्भर न रहें।
9- शहद का प्रयोग सदैव उसके सेवन के तरीके और रोग के प्रकार को सामने रखकर करें इससे आप शहद के साइड इफेक्ट से बचे रहेंगे।
10-सदा उत्तम क्वालिटी का असली शहद ही खरीदें शुद्ध शहद सुनहरी रंग का होता है यह गहरे रंग के मुकाबले में ज्यादा महंगा है और ज्यादा मीठा भी होता है।
शहद के असली और नकली होने की पहचान करें बगैर पके असली शहद की पहचान है कि यह कमरे के सामान्य तापमान पर जमने लगता है इसका सेवन कम मात्रा में किया जाए।
या असली शहद की पहचान करने के लिए एक काँच के गिलास में पानी लें और एक चम्मच शहद उसमें मिलाएं अगर शहद पानी में घुल जाए तो वह मिलावटी है
असली शहद गिलास की तली में जम जाएगा और पानी में खुद से नहीं घुलेगा।
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