दोस्तों! Pregnancy Skin Glowing Tips in Hindi गर्भावस्था में त्वचा के रूखेपन से किस प्रकार बचें?
गर्भवती होने पर अधिकतर महिलाओं का सामना रूखी त्वचा,इंफेक्शन वाली त्वचा और फटे हुए होठों का सामना होता है।
जब आप प्रेग्नेंट होती हैं तो आपका शरीर बहुत सारे बदलाव से गुजरता है।
हार्मोन की सतह में उतार-चढ़ाव के साथ-साथ बढ़ता हुआ भार प्रतिदिन पोषक तत्वों का एक बड़ा हिस्सा ले रहा होता है।
जिसके कारण से त्वचा रूखी और सूखी हो सकती है।और त्वचा रूखी होने पर आपको कुछ प्रॉब्लम हो सकती है।
लेकिन सामान्य तौर पर रूखापन त्वचा का रूखापन एक गर्भावस्था की आम लक्षण है।
और इसके बारे में घबराने की कोई बात नहीं है।
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गर्भवती महिलाओं के शरीर में विभिन्न प्रकार की बदलाव होने लगते हैं जिनमें से कुछ ये है
जैसे मूड में तब्दीली
पाव की और छातियों की सूजन।
लेकिन रूखी त्वचा और रूखे होंठ गर्भावस्था के काम सामने आने वाले लक्षण में से होते हैं।
फटे रूखे होंठ या इन्फेक्शन या खुजली वाली रूखी त्वचा पहली तिमाही से शुरू हो सकती है।
सूखी व खुजली वाली त्वचा और फटे हुए होंठ अधिकतर नवें महीना में होते हैं।
जैसा के गर्भावस्था के दौरान त्वचा फैलती है जिस से त्वचा की प्राकृतिक नमी कम होती है।
आप इन कारण के बारे में अधिक चिंतित है तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें जो इसे निपटने के बारे में आपको बता सकते हैं।
गर्भवती महिलाएं आमतौर पर इस समस्या को खुद भी आसानी से हल कर सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान रूखी होंठ और त्वचा के बारे में आपको यह जानने की जरूरत है।
कि आपको इसकी इलाज के लिए क्या करना चाहिए?
अगर आप गर्भवती हैं तो त्वचा पर किसी ने प्रोडक्ट का इस्तेमाल से पहले हमेशा त्वचा के माहिर किसी डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
गर्भावस्था के दौरान अपने लिक्विड की मात्रा में बढ़ोतरी नहीं करती हैं तो आपके शरीर में पानी की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
जैसे सूखे होंठ रूखी त्वचा उल्टी और दस्त में बढ़ोतरी जो अधिकतर गर्भावस्था में होता है यह पानी की कमी का कारण बन सकता है।
रक्त की बढ़ोतरी की वजह रक्त गाढ़ापन भी हो सकता है।जब आप प्रेग्नेंट होती हैं तो आपकी त्वचा रक्त के गाढ़ेपन के कारण हो जाती है।
स्पेशलिस्ट का कहना है के रक्त में शुगर की मात्रा में बढ़ोतरी गुर्दे के अधिक काम करने का कारण बन सकता है।
जिसके नतीजे में बार-बार पेशाब आता है और पानी की कमी होती है जो अधिकतर सूखे होठों और रूखी त्वचा का कारण बनती है।
रक्त की मात्रा में बढ़ोतरी और पानी की कमी भी त्वचा को खींचती है यह स्ट्रेचिंग क्रैकिंग का कारण बन सकती है।
और इसके साथ ही त्वचा को रूखा भी बन सकती है।
शरीर में पानी की सतह की बराबरी शरीर में पानी की मात्रा की बना रहना भी सूचित त्वचा का कारण बन सकता है।
गर्भावस्था के दौरान हार्मोन की बढ़ती हुई सतह आपके शरीर में पानी की सतह बनाए रखने का कारण बनती है।
यह सूजन का कारण भी बन सकती है जरूर से ज्यादा सूजन त्वचा को खींच सकती है।
जिस कारण से सुख त्वचा सूखी हो जाती है और फट जाती है।
स्पेशलिस्ट कहते हैं कि यह हालत जो तीसरी तिमाही के दौरान होती है जो सूजन कहलाती है।
और महिलाओं को अधिकतर इसके साथ खुजली वाले लाल धब्बे होते हैं।
अगर आप में इलेक्शन है तो और अधिक इंफेक्शन से बचने के लिए फौरन डॉक्टर से सलाह ले।
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं का शरीर बहुत से बदलाव से गुजरता है।
जैसे आपकी बढ़ोतरी कर रहे बच्चे की सहायता के लिए तेजी से बढ़ाना।
जैसे-जैसे आपकी त्वचा बढ़ाते हुए बच्चे को एडजस्ट करने के लिए फैलती है यह लक और नवमी को देती है।
स लक के नुकसान के नतीजे में तो अच्छा रूखी सुखी और पतली होती जाती है। और त्वचा में इसकी वजह से जख्मों का ज्यादा खतरा होता है।
इसलिए की त्वचा खुजली और सुखी त्वचा के ऐसी समस्या हैं जो त्वचा की लचक में कमी के कारण से होते हैं।
रूखी त्वचा का इलाज और रोकथाम गर्भवती महिलाओं की त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए होता है।
आप अपनी त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करने के लिए निम्नलिखित कार्य कर सकती है।
गर्भवती महिलाएं गर्म या ठंडा पानी के बजाय गुनगुने पानी का इस्तेमाल रखें।
बहुत ज्यादा बहुत अधिक गर्म पानी का तापमान आपकी त्वचा से नमी को समाप्त कर सकता है।
इसलिए इस बात का ध्यान बनाएं कि आप अपनी त्वचा को एडजस्ट करने के लिए नहाने के लिए भी गुनगुना पानी का इस्तेमाल करें।
इसके बाद नरम तौलिया से अपनी त्वचा को सुखा लें।
बहुत जोर से रगड़ने से आपकी त्वचा में सूखी व लाल हो सकती है या त्वचा का रूखापन बढ़ सकता है।
प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी त्वचा के बाहरी इलाज के लिए मॉइश्चराइजर भी इस्तेमाल कर सकती है।
दिन में काम से कम दो बार मॉइश्चराइजर करने की कोशिश करें एक बार सुबह और एक बार रात में अवश्य ऐसा करें।
अगर आप प्रेग्नेंट है और शुषक वातावरण में रहती है तो आप अपने माहौल को नॉर्मल रखें।
नमी सात को बनाए रखने में मदद के लिए रात को अपने कमरे में या अपने दफ्तर में ह्यूमिडिफायर इस्तेमाल करने पर विचार करें।
प्रेग्नेंट महिलाओं को बुरे कपड़े पहनने से भी परहेज करना चाहिए।
जो विशेष तौर पर सूखी त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकता है और आपकी लक्षणों को अधिक बढ़ा सकता है।
अपनी के मुताबिक नरम सूती कपड़ों का ही चुनाव करें।
अंत में यह ना भूले के धूप कितनी खुश्क और नुकसानदायक हो सकती है।
विशेष तौर पर अगर आपको धूप से जलन होती हो बिना कारण धूप में जाने से परहेज करें।
याद रखें स्वस्थ जींद अंदर से आरंभ होती है।
इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें क्या आप अपनी गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में पानी पीते रहें।
और स्वास्थ्य दायक वस्तुएं और ड्रिंक कहते रहे
और अगर आपकी त्वचा सर्दी या अन्य किसी कारण से रूखी हो गई है
तो आप हमारे आर्टिकल सर्दी के कारण सूखी हो चुकी त्वचा का इलाज अवश्य पढ़ें।
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