मिट्टी के बर्तन, मटकेसे पानी पीने से स्वास्थ्य पर होने वाले पॉजिटिव असर Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde ये हैं।
मिट्टी के बर्तन या मटके से पानी पीना हमारी संस्कृति का हिस्सा है।
जो समय के साथ-साथ समाप्त होता जा रहा है।
हम लोग पानी पीने के लिए शीशे आदि के गिलास का इस्तेमाल करते हैं और फ्रिज से निकलकर ठंडा पानी पी लेते हैं।
जब जिंदगी में ऐसी आसानी हो तो मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल समाप्त होना एक प्राकृतिक बात है।
आजकल हम सब की लाइफ में स्वास्थ्य के उतार चढ़ाव आते रहते हैं परंतु मिट्टी के बर्तन में पानी पीने के बहुत सारे लाभ हैं।
आज हम मिट्टी के बर्तन में पानी पीने के लाभ देखते हैं।
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मिट्टी के बर्तन में पानी पीने के फायदे Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
प्राचीन काल में अगर हम देखते हैं तो लोग मिट्टी के बर्तन में पानी पीने को ही अच्छा समझते थे।
घरों में चाय वाली जगह पर पानी का मटका मौजूद होता था।
कुछ गानों में दोपहर के समय इस मटके में ताजा पानी भरने के बाद इसके गले में मोतियों के फूलों की माला भी लपेट दी जाती थी।
जिसके कारण ठंडा और मीठे पानी के साथ-साथ पानी में फूलों की खुशबू भी शामिल हो जाती है।
इसके साथ-साथ यह पानी भी बहुत सारे मेडिकल लब भी बनता है जिसके बारे में हम आपको आज बताएंगे
प्राकृतिक रूप से ठंडा पानी Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
मटके या मिट्टी के बर्तन की बनावट इस प्रकार की होती है तो उसमें प्राकृतिक तौर पर छोटे-छोटे छिद्र मौजूद होते हैं।
जिसमें से नमी कण कि सूरत में बाहर निकलती रहती है।
इस कारण से मटके के अंदर मौजूद अपनी प्राकृतिक तौर पर ठंडा रहता है।
इसी से उल्टा यही पानी सर्दियों के मौसम में प्राकृतिक रूप से गर्म रहता है।
प्राकृतिक रूप पर पानी के तापमान की यह बदलाव पानी को स्वास्थ्य के हवाले से सुरक्षित बनता है।
और फ्रिज और दूसरे स्रोत से पानी को ठंडा करने से जो स्वास्थ्य की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वह भी नहीं करना पड़ता है।
मिट्टी के बर्तन का पानी एल्काइन विशेषताओं से भरा होता है Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
आमतौर पर हम जो भोजन इस्तेमाल करते हैं वह एसिड विशेषताओं वाला होता है।
और हमारे पेट में एसिड को बढ़ाने का कारण बनता है।
लेकिन अगर इसमें भोजन के साथ मिट्टी के बर्तन का पानी इस्तेमाल किया जाए
तो यह पानी एल्काइन विशेषताओं का होता है।
इस कारण से इसका इस्तेमाल भोजन की पीएच स्केल को नॉर्मल करता है।
और भोजन के एसिड असर को काम करता है।
जिसके कारण से पाचन की बहुत सारी समस्याएं हल हो जाती हैं।
मेटाबोलिजम बढ़ाता है Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
मिट्टी के बर्तन या मटके के अंदर जो पानी मौजूद होता है वह किसी भी प्रकार के केमिकल असर से सुरक्षित होता है।
इसी के साथ-साथ इस पानी में बड़ी मात्रा में मिनरल मौजूद होते हैं।
जिनकी मौजूदगी पाचन तंत्र की क्रिया को तेज कर देती है।
साथ-साथ यह शरीर के मेटाबॉलिज्म की क्रिया को भी तेज करता है।
जिसके कारण व्यक्ति पर होने वाले आयु के असर सुस्त पड़ जाते हैं।
और शरीर कैंसर जैसे खतरनाक रोग से भी सुरक्षित रख सकता है।
लू लगने का खतरा कम होता है Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
लू लगना गर्मी की एक आम समस्या और खतरा है मगर मटके से या मिट्टी के बर्तन से पानी पीने वाले लोग
इस खतरे से बहुत हद तक सुरक्षित रह सकते हैं जिसका सबसे बड़ा कारण यह है
मिट्टी के बर्तन का पानी बहुत सारे खनिज लवण और बहुत सारे साल्ट से भरपूर होता है।
इसीलिए जब इन बर्तनों से पानी पिया जाता है तो पानी शरीर में केवल पानी की कमी को पूरा नहीं करता है।
इसके-साथ शरीर से साल्ट और खनिज लवण की कमी को भी पूरा करके सन स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
गला खराब होने से बचाता है Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
आमतौर पर बर्फ डालकर ठंडा किया गया पानी या फिर फ्रिज के जरिए ठंडा किया गया पानी
गले में खराबी का कारण बन जाता है।
जिसके बारे में कुछ लोग का मानना है कि आर्टिफिशियल तरीके से ठंडा किया गया पानी
गले के अंदरूनी इन्फेक्शन का कारण हो जाता है जिससे गला खराब हो सकता है और फिर खांसी भी हो सकती है।
जबकि इसके मुकाबले में मिट्टी के बर्तन का पानी प्राकृतिक रूप पर ठंडा होता है।
और किसी भी नुकसानदायक असर से सुरक्षित होता है।
दूसरी सबसे बड़ा कारण यह होता है कि इस पानी का तापमान ठंड तो होता है।
मगर इसकी ठंड कितनी अधिक नहीं होती जो गले की खराबी का कारण बने।
इसी कारण यह पानी स्वास्थ्य दायक होता है।
प्राकृतिक तौर पर फिल्टर पानी Mitti ke Bartan men Pine ke Fayde
मिट्टी के बर्तन के अंदर प्रकृति की तरफ से एक ऐसा सिस्टम मौजूद होता है।
जिसके कारण इस पानी में मौजूद गंदगी मिट्टी के छोटे-छोटे से सुराखों में प्राकृतिक तौर पर फिल्टर हो जाती है।
जिससे अपनी गंदगी क्या सर से बहुत हद तक सुरक्षित हो जाता है।
प्रकृति का यह सिस्टम एक सुरक्षित सिस्टम है।
और इससे फायदा उठाने के लिए इंसान को अपनी रूटीन लाइफ में थोड़ी से बदलाव लाने की आवश्यकता है।
परंतु साइंस की तरक्की को भी नजरअंदाज करना मुमकिन नहीं है।
और किसी भी तकलीफ है बीमारी की सूरत में अपने डॉक्टर से सलाह करना जरूरी है।
और उसे समय केवल टोटकों पर ही डिपेंड हो जाना स्वास्थ्य को बड़े खतरे भी डाल सकता है।
अगर आप मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने और खाने के लाभ जानना चाहते हैं तो पढ़ें- मिट्टी के बर्तन में खाना खाने व पकाने के लाभ