जानिए तिल में छुपे जादुई राज़ Sesame Seeds Benefits in Hindi: सर्दियाँ आते ही तिल और तिल के बने व्यंजन जैसे रेवड़ी, गजक, केक, तिल के लड्डू आदि आपको मार्केट आदि में देखने को मिल जाते हैं।
ज़रूर आप भी सर्दियों में तिल और तिल से बने व्यंजन का मजा लेते होंगे। परंतु इन छोटे-छोटे तिकोनी शक्ल के दानों में कितने जादू और करिश्मे छिपे हुए हैं क्या आप इस बारे में जानते हैं ?
अगर नहीं, तो आइये तिल की पूरी जानकारी,इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व और इस के आश्चर्यजनक लाभ आज हम आपको बताते हैं।
सर्दियों की सौगात तिल स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। प्राचीन काल से ही तिल बहुत सारे पोषक तत्वों का भंडार समझा जाता है।
तिल एनर्जी और मेटाबोलिज़्म को बढ़ाते हैं।तिल की तासीर गर्म होती है इसलिए इन्हें ठंड में खाया जाता है।
इसको खाने के साथ-साथ इसका तेल भी निकाला जाता है क्योंकि यह तैलीये बीज है। कहा जाता है कि यह ऐसा भोज्य पदार्थ है जोकि मीट की खासियत अपने अंदर समेटे हुए है।
आइए सबसे पहले जानते हैं कि तिल क्या हैं और इस में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं तथा इसके क्या लाभ हैं?
Table of Contents
छोटी-छोटी तिकोनी शक्ल के यह बीज जिन्हें हम तिल (sesame seeds) के नाम से जानते हैं यह ड्राई फ्रूट का हिस्सा समझे जाते हैं।
ये सफेद काले और ब्राउन (लाल) तीन रंगों में पाए जाते हैं। सफेद और काले तिल मार्केट में आसानी से प्राप्त हो जाते हैं परंतु तीसरे प्रकार के अर्थात् ब्राउन तिल मार्केट में नहीं मिलते।
हमारा भाग्य है कि तिल हमारे देश में आराम से मिल जाते हैं। और तिल का प्रयोग भी आमतौर पर एशिया में ही किया जाता है। विदेश में इसका प्रयोग ताहिनी (Tahini) नामक पेस्ट के रूप में किया जाता है।
भारतीय लोग गांव में बड़ी मात्रा में तिल की खेती करते हैं और किसी भी जनरल स्टोर से तिलों को आसानी से खरीदा जा सकता है।
हिंदुस्तान के अलावा पाकिस्तान अमेरिका, इटली, चीन और जापान में भी तिल की खेती की जाती है।
तिलों का सेवन करने के साथ साथ इनका प्रयोग भोजन व भोजन के अतिरिक्त अन्य स्वादिष्ट व्यंजन जैसे रेवड़ी ,गजक बिस्किट, केक ,मिठाईयां, लड्डू और कुल्चा आदि मीठे व्यंजनों में किया जाता है।
इसके अतिरिक्त कुछ दवाइयां बनाने में भी तिलों का प्रयोग किया जाता है। तिलों का सेवन करने के साथ-साथ इन तिलों का तेल भी निकाला जाता है।
तिल के तेल में काले तिल का तेल बेस्ट समझा जाता है क्यों कि यह दवाई बनाने के लिए सबसे बेहतर होता है।
काले तिल का तेल खाना पकाने मार्जरीन बनाने के अतिरिक्त दवाई के तौर पर भी प्रयोग किया किया जाता है।
जबकि शरीर के लिए सफेद तिलों के तेल को दुनिया में जैतून के बाद दूसरे नंबर का सबसे अच्छा तेल माना गया है।
इसका तेल बालों में लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है। बालों की ग्रोथ और सिर में लगाने के लिए ये सब से बेहतर माना गया है।
ब्राउन तिलों का तेल मार्केट में नहीं मिलता अर्थात् हमारे यहां इसकी खेती नहीं होती है।
दिखने में छोटे-छोटे लगने वाले यह बीज अर्थात् तिल बहुत से लाभदायक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
तिल में mono saturated faty acids के साथ साथ भारी मात्रा में anti bacterial तत्व, विटामिंस, मिनरल्स,प्राकृतिक तेल और अन्य खनिज जैसे कैल्शियम,आईरन,मैग्निशियम पोटेशियम,कोपर,फाइबर B कॉम्प्लेक्स और कार्बोहाइड्रेट आदि तत्व पाए जाते हैं।
जो शरीर संबंधी कई प्रकार की समस्याओं को दूर करते हैं।
तिल प्रोटीन और विटामिन से भरपूर होते हैं।
इसमें विटामिन B और E होते हैं जिस से हमारे शरीर को बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं।
ये मधुमेह, ब्लड प्रेशर,कैंसर, हड्डियों की कमजोरी, त्वचा को पहुंचने वाले नुकसान, हृदय की बीमारी मुँह के रोग आदि से बचाता है।
और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है। एनर्जी और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं।
शोध में पता चला है कि तिल में सेसमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जोकि कई रोगों से बचाने में सहायक होता है।
आइए हम विस्तार से तिल के सेवन और उस से होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं-
तिल और अलसी के बीज बराबर बराबर दो चम्मच लेकर एक चुटकी नमक और थोड़ा सा शहद मिलाकर खाने से नमोनिया और दमे का की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
खांसी और गले की खराश खाने से भी तिल खाने से फायदा होता है।
इसके अतिरिक्त तिल और मिश्री का काढ़ा बनाकर पीने से भी खांसी और कफ में आराम मिलता है।
सर्दियों में वात बढ़ने के कारण गठिया रोग हो जाता है।
अगर आप भी घटिया की समस्या से परेशान हैं तो आपके लिए सर्दियों में तिल और गुड़ खाना लाभदायक है।
इसके लिए आप तिल और गुड़ के लड्डू भी एक साथ मिलाकर खा सकते हैं।
तिल में लेसीथीन् की पर्याप्त मात्रा होती है।
लेसीथीन फास्फोरस से युक्त वसा है जो दिमाग और पशुओं पट्ठों की सेहत के लिए बहुत आवश्यक है।
मनुष्य का दिमाग भी अपनी एनर्जी लेसीथीन से ही प्राप्त करता है।
और साथ ही याददाश्त के अच्छा होने के लिए भी मनुष्य के शरीर में इसका होना आवश्यक है।
मस्तिष्क का 28% हिस्सा लेसीथीन का ही बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त इंसान के मस्तिष्क में तमाम जानदार से ज्यादा लेसीथीन होती है।
यह गोश्त, अंडे की जर्दी,मसूर की दाल और तेल में पर्याप्त मात्रा में मिलती है।
और इसकी कमी की वजह से इंसान का दिमाग कमजोर हो जाता है।
और वह दिमागी मरीज बन जाता है।
दिमाग अपना काम सही प्रकार से करने के लिए लेसीथीन का मोहताज है।
इसके अतिरिक्त प्रोटीन, कैल्शियम मैग्नीशियम, आईरन और कॉपर से युक्त तिल का तेल भी दिमागी ताकत को बढ़ाता है।
और दिमागी काम करने वालों के लिए इसके तेल का प्रयोग इतना ही आवश्यक है जितना कि भोजन आवश्यक है।
हर दिन तिल खाने से याददाश्त कमजोर नहीं होती और दिमाग भी अपना काम सही प्रकार करता है।
और उस पर बढ़ती उम्र का असर भी नहीं होता है।
तिल का तेल हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है यह कार्डियोजस्कुलर सिस्टम पर तनाव भी इससे कम होता है।
तिल में पाया जाने वाला मैग्नीशियम भी हाइपरटेंशन को कम करता है
यह मिनरल् तेल के अंदर पाया जाता है।
1.25 परसेंट मैग्नीशियम शरीर को तिल से मिलता है।
इनमें ऐसे तत्व और विटामिन पाए जाते हैं जो अच्छी नींद आने में सहायक होते हैं।
तिल तनाव के साथ-साथ डिप्रेशन भी कम करता है।
तिलों में मौजूद मैग्निशियम, जिंक,कैलशियम,आईरन और सेलेनियम मनुष्य के हृदय को एक्टिव रखने में मदद करते हैं।
काला तिल शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
इसमें सेसमेलिना व सेसामिन नामक दो पदार्थ होते हैं जो लिग्नास नामक फाइबर का समूह होते हैं।
इसके प्रभाव से कोलेस्ट्रॉल कम होता है क्योंकि यह आहार फाइबर से समृद्ध है।
साथ ही तिलों का तेल पॉलीअनसैचुरेटेड और मोनोसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है।
जबकि इसमें सेचुरैटेड फैट्स कम होते हैं जो कि उसे ही हिर्दय के लिए स्वस्थ्यदायक बनाने और कोलेस्ट्रोल की सतह बनाए रखने के काबिल होते हैं।
इसके तेल से कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर तनाव कम होता है और दिल की समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
पाचन तंत्र के लिए भी तिल का सेवन एक बेहतरीन उपाय है। क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी है।
साथ ही तिल में मौजूद फाइबर भी कब्ज की समस्या से बचाव में मददगार है। इसके लिए तिल के बजाय तिलों के तेल का उपयोग बहुत लाभदायक है।
सुबह से लेकर शाम तक एक से दो चाय के चम्मच तिल का तेल का सेवन सेवन आंतो को एक्टिव कर कब्ज की शिकायत को कम कर देता है।
वायु,नशीले पदार्थों,तंबाकू, कीड़े मार दवाइयों,वायु प्रदूषण और जंक फूड में पाए जानेवाले फ्री रेडिकल्स हमारे डीएनए को हानि पहुंचाते हैं।
इस के नतीजे में अल्जाइमर, पार्किंसन और कैंसर का ख़तरा बढ़ जाता है।
तो आवश्यक है कि हमारा भोजन ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हो जिस से हम फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बच सकें।
रिसर्च से ऐसा पता चला है तिलों का तेल इसमें हमारी सहायता कर सकता है।
तिल में मौजूद सेसमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट, और अहम विटामिनस आदि तत्व सभी प्रकार के कैंसर से बचाव में अहम किरदार अदा करती हैं।
ये लंग्स कैंसर,ब्रेस्ट कैंसर ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर आदि की रफ्तार को कम करता है।
सर्दियाँ और जोड़ों का दर्द एक साथ मनुष्य के शरीर पर हमला करते हैं।
आपके जोड़ों में दर्द है या हड्डियों की कोई समस्या है तो सर्दियों में ये और बढ़ जाती हैं।
अगर आपको भी हड्डी या जोड़ों से संबंधित कोई समस्या है तो तिल का सेवन आपके लिए बहुत लाभदायक है।
तिल में पाए जाने वाले कैल्शियम की बदौलत हड्डियों की समस्याओं से बचा जा सकता है।
इसमें जस्ता,कैल्शियम और फास्फोरस जैसे जरूरी खनिज मिलते हैं जो शरीर की हड्डियों को मजबूत करते हैं।
नई हड्डियों को बनाने उन्हें मजबूत करने और उनकी मरम्मत करने में यह आपकी मदद करते हैं।
तिल का तेल बॉडी में कॉलिगन की मात्रा को बढ़ाता है।
यह हड्डियों को लचकदार बनाता है तथा इनका घनत्व बढ़ाता है।
सफेद तिलों में कैल्शियम की मात्रा सर्वाधिक होती है ।
इसलिए जो लोग कैल्शियम की कमी का शिकार हैं उन्हें चाहिए कि वह सफेद तिल के जरिए अपनी कैल्शियम की मात्रा को पूरा करें।
डॉक्टरों का कहना है कि तिलों के तेल से 10 मिनट तक कुल्ला करना मुंह में बैक्टीरिया की सतह कम करके दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है।
जाने: Chandraprabha Vati Uses, Benefits in Hindi चंद्रप्रभा वटी की जानकारी
तिल दांत दर्द में आराम पहुंचाते हैं। जानिए तिल में छुपे जादुई राज़ Sesame Seeds Benefits in Hindi
तिलों का इस्तेमाल और इसका सेवन आपको दांतों की सड़न और मसूड़ों से आने वाले खून की समस्या को भी दूर करता है।
तिल का सेवन आपके दांतों की चमक बढ़ा देता है।
अगर बाल रूखे और बेजान होकर गिरने लगे तो ज्यादातर लोग महंगे का प्रयोग करते हैं ।
परंतु उनका असर पॉजिटिव नहीं होता वह अपना साइड इफेक्ट बालों पर छोड़कर उनके खराब होने के कारण बन जाते हैं। परंतु
ऐसे लोगों के लिए तिल का तेल फायदेमंद है जिसका कोई साइड इफेक्ट भी नही है।
इसमें विटामिन बी,विटामिन ई, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं जो बालों और सिर की त्वचा के लिए जरूरी तत्व हैं।
बालों की ग्रोथ के लिए तिल की छोटी सी मात्रा से सिर पर मालिश करें और 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
इसके बाद गर्म पानी और शैंपू से बाल धो लें।
तिल के पौधे के पत्ते मेहंदी के पत्तों के साथ पीसकर बालों में लगाने से बाल काले हो जाते हैं।
तिल आप की स्किन का ध्यान रखने के साथ ही चेहरे की रंगत को सुर्ख व सफेद कर देता है।
इसमें मौजूद विटामिन बी और विटामिन ई त्वचा को जवान और चमकदार बनाता है।
अगर आप सर्दियों में तिल और गुड़ का सेवन करेंगे तो आपकी स्किन पर एक अलग ही निखार नजर आएगा।
चेहरे से झाइयां और मुंहासे दूर करने के लिए सर्दियों के शुरू में तिल के पौधे के फूल और पत्ते ले लीजिए।
जिन पर ओस पड़ी हो उन्हें चेहरे पर कुछ दिन तक लगाने से झाइयां और मुहाँसे दूर हो जाएंगे।
तिल त्वचा को नर्म और मुलायम रखते हैं तथा अंदरूनी तौर पर होने वाली खराशों को खत्म करके सकून पहुंचाते हैं।
साथ ही इसमें मौजूद विटामिन ई चेहरे पर झुरिया बनने की रफ्तार धीमा कर देती है।
तथा इस के सेवन से त्वचा पर होने वाली खुजली भी खत्म हो जाती है।
प्राचीन काल में पहलवान लोग अपने शरीर को शक्तिशाली बनाने के लिए तिलों का प्रयोग करते थे।
मोटे होने के इच्छुक लोग अगर तिल को बादाम और खसखस के साथ खा कर ऊपर से दूध पी ले तो काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त शरीर को मोटा सुर्ख व सफेद और ताकतवर व शक्तिशाली बनाने के लिए
तिलों को धोकर उसके बराबर बदाम की गरी और खसखस के दानों के साथ कूट कर उस में बराबर की चीनी मिलाकर एक से दो तोला रात को सोते समय दूध के साथ दो से तीन हफ्ते खाइये।
ये भी पढ़ें: Health Benefits And Side Effects in Hindi सर्दियों की सौगात मूंगफली खाने के आश्चर्यजनक लाभ
या तिल और उसके बराबर ताजा मक्खन लें
फिर 2 ग्राम इसको अखरोट की गरी 1 ग्राम तिल के साथ सुबह शाम कुछ दिन तक खाने से ही शरीर की कमजोरी और दुबलापन दूर हो जाता है।
P King Capsule Review : आज की व्यस्त जिंदगी में शारीरिक और मानसिक थकावट से… Read More
लीच ऑयल (जोंक तेल) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक उपाय है जिसे पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को… Read More
Benefits Of Saffron In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है केसर से रिलेटिड… Read More
Benefits Of Kiwi In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है कीवी से रिलेटिड… Read More
Benefits Of Kumaryasava In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है कुमार्यासव से रिलेटिड… Read More
Benefits OF Raisins In Hindi दोस्तों तो चलिए आज जानते है किशमिश से रिलेटिड जानकारियां… Read More
This website uses cookies.
View Comments