Anjeer ke fayde: प्रकृति ने मनुष्य को पोषण तथा स्वाद प्राप्त करने के लिए बहुत से खाद्य पदार्थ,बहुत से स्वादिष्ट फल साथ ही रोगों से रक्षा के लिए बहुत सी लाभदायक जड़ी बूटियां दवा के रूप में प्रदान की हैं।
परंतु आज हम आपको एक ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक कीमती फल होने के साथ-साथ एक बहुमूल्य दवाई भी है।
ये न केवल खाने में स्वाद व जायका प्रदान करता है अपितु बहुत से पोषक तत्व भी प्रदान करता है साथ ही रोगों से बचाव व उन से रक्षा करने में भी हमारी मदद करता है। यह स्वादिष्ट सुपाच्य तथा ज़ायकेदार फल अन्जीर है।
Table of Contents
अंजीर प्रकृति का प्रदान किया हुआ एक ऐसा फल है जो स्वादिष्ट व पोष्टिक ड्राई फ्रूट होने के साथ साथ बहुत से रोगों की दवा के रूप में भी कार्य करता है।
मनुष्य के शरीर के लिए ये फल बेहद स्वास्थ्य लाभों से भरपूर (anjeer ke fayde) है तथा अनगिनत रोगों में यह जादुई कार्य करता हैै।
यह न केवल रोगों में दवाई के रूप में कार्य करता है बल्कि किसी लंबी बीमारी के बाद स्वस्थ होने के लिए भी शक्ति प्रदान करता है ।
यह दिमागी उलझन और शारीरिक थकान दूर करके नई स्फूर्ति और शक्ति प्रदान करती है। प्राचीन यूनानी और रोमन इतिहास में भी इसके बारे में पता चलता है।
प्राचीन काल में इस फल को खुशहाली और बांझ पन से बचाऊ और मालदारी का प्रतीक समझा जाता था।
इसको सुखाकर या ताजा किसी तरह दिखाया जाए यह फायदेमंद तत्वों से भरपूर यह सौगात तो हाथ बहुत सी बीमारियों से बचाने में मदद दे सकती है।
अंजीर की मीठी छाल के अंदर छोटे-छोटे सैकड़ों मोतियों जैसे दाने होते हैं।
कहा जाता है कि अगर अंजीर को खूब चबा चबाकर एक-एक दाने को पीस कर खाएं तो हर दाने की अपनी अलग खुशबू, स्वाद और और टूटने की अलग आवाज होती है।
इस प्रकार अंजीर का खाना एक निहायत दिलचस्प और फील करने वाला काम भी है।
अंजीर की गिनती आम और मशहूर फलों में होती है इसका साइंटिफिक नाम ficus carica है।
विटामिन ए बी सी विटामिन के, कैल्शियम, आईरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, ग्लूकोस, और प्रोटीन से भरपूर अंजीर के बेइंतेहा फायदे यह फल के साथ-साथ दवाई के तौर पर भी कार्य करता है तथा हर आयु के लोग इसे पसंद करते हैं।
यह दुनिया के बहुत से देशों में आमतौर पर पाया जाता है परंतु खड़ी देशों में खास तोर पर इसे पसंद किया जाता है।
प्राकृतिक रूप से यह मिडल एशिया का फल है जब कि यह हिंदुस्तान में भी खूब पाया जाता है । परंतु यहाँ ताज़ा अंजीर के बजाय उसे सुखा कर और पिचका कर लोगों तक पहुंचाया जाता है।
क्योंकि आम फलों में यह सबसे ज्यादा नाजुक फल है और पकने के बाद खुद ब खुद गिर जाता है और दूसरे दिन तक सुरक्षित रखना भी मुमकिन नहीं होता बल्कि शाम तक फट जाता है इसीलिए इसके सेन की बेहतरीन शक्ल यह है कि इसे सुखा कर रखा जाए ।
उसे खुशक करने के दौरान कीटाणुओं को दूर करने के लिए गंदक की धूनी दी जाती है और आखिर में नमक के पानी में डुबाया जाता है ताकि सूखने के बाद नरम और मुलायम अंजीर खाने में स्वादिष्ट लगे।
इसे डोरी में हार की तरह पिरो कर मार्केट में लाया जाता है ताकि बिक सके।
अंजीर दो तरह की होती है एक जंगली और दूसरी जिसकी खेती की जाती है।इसका पेड़ साल में दो बार फल देता है।
इसमें कोई फालतू तत्व जैसे गुठली भेज और फेंका जाने वाला छिलका नहीं होता रिसर्च के मुताबिक इसे शुगर के मरीज भी अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
सफेद अंजीर सब से बढ़िया मानी जाती है। इस में प्रोटीनकी भरपूर मात्रा होती है जबकि वसा की मात्रा बहुत कम होती है। अंजीर के अंदर बहुत से पोषक तत्व जैसे शुगर कैल्शियम फास्फोरस पाए जाते हैं।
दोनों प्रकार के अंजीर अर्थात ए सूखे और गीले दोनों में विटामिन ए और सी भरपूर मात्रा में होते हैं विटामिन बी और कम मात्रा में पाए जाते हैं।
इन तत्वों को सामने रखकर अंजीर एक फायदेमंद दवा की हैसियत रखता है इसलिए आम कमजोरी और बुखार में इसका सेवन अच्छे नतीजे देता है।
इसका सब से महत्वपूर्ण तत्व शुगर है जो 51 से 64% तक होती है।
ताज़ा अंजीर के मुकाबले सूखे अंजीर के लाभ ज़्यादा हैं क्योंकि सूखा अंजीर बहुत लाभदायक है क्योंकि इस में फाइबर, विटामिन K और विटामिन B6 पाया जाने की वजह से इसके सेवन से भोजन को आसानी से पचाने में मदद मिलती है।
इस में जिंक, मैग्निसियम, iron विटामिन B पाए जाने के कारण रोज़ाना इसके सेवन से बालों की सेहत अच्छी होती है और बाल लंबे होते हैं।
रिसर्च के मुताबिक अंजीर के 100 ग्राम में 239 कैलोरी, 3.1 ग्राम प्रोटीन, 53 ग्राम कार्बोहिड्रेट,
53 ग्राम शुगर, 1.2 ग्राम फैट, 12 ग्राम फाइबर पाया जाता है।
मनुष्य की आयु बढ़ने से शरीर की रोग प्रतिरक्षा शक्ति कमजोर होने के कारण विभिन्न प्रकार के रोगों का खतरा बढ़ जाता है। जिनमें सबसे आम रोग कब्ज़ का होता है।
असल में यह सिर्फ अधेड़ उम्र ही नहीं बल्कि आजकल के नौजवान भी अधिकतर इस समस्या का शिकार हैं।इसकी सबसे बड़ी वजह कुपोषित भोज्य पदार्थों का सेवन हैं।
ऐसे बहुत से प्राकृतिक भोज्य पदार्थ है जो प्राकृतिक रूप से कब्ज का इलाज करते हैं जिनमें से एक फल अंजीर भी है
इसे अपने आहार में शामिल करना पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी (anjeer ke fayde) है।
यह स्वयं तो जल्दी पच जाने वाला है ही साथ ही यह भोजन के पाचन में भी मदद करता है।यह जिस्म से फालतू तत्वों को बाहर निकालता है तथा कब्ज को दूर करता है।
यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है क्योंकि इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है।
तथा सूखे अंजीर में विटामिन बी 6 की भी काफ़ी मात्रा होती है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को बेहतर करके पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।
इससे आंतों की बीमारियों से भी सुरक्षा मिलती है।
इसके अतिरिक्त रात को अंजीर के दाने भिगोकर सुबह नहार मुँह खाने से कब्ज दूर हो जाती है। साथ ही को आंतो एक्टिव करता है।
अंजीर पाचन तंत्र के साथ-साथ पेट की अन्य बीमारियों में भी से भी सुरक्षा प्रदान करता है।अंजीर को बदाम के साथ मिलाकर खाने से पेट की समस्याओं को दूर भगाया जा सकता है।
जिन लोगों को मैदे की बीमारी जैसे तेज़ाबियत बदहजमी और कराहन रोग का सामना होता है उनके लिए अंजीर बहुत लाभकारी (anjeer ke fayde) है।
अगर सफेद इसका सेवन किया जाए यह आटे से कब्ज़ पैदा करने वाले तत्वों को कम कर देता है।
दूध के साथ इसका सेवन पेट की समस्याओं व कब्ज़ आदि के लिए बहुत बेहतरीन है।
हृदय के कार्य पर अंजीर लाभकारी असर डालता है। इस में पाया जाने वाला कैल्शियम और मैग्नीशियम खून की धमनियों को सुकून पहुंचाकर ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकते हैं।
सुखा अंजीर खाने से जिस्म से नुकसानदायक कोलेस्ट्रोल कम होता है और लाभदायक कोलेस्ट्रॉल लेवल अपनी सतह पर बना रहता है।
साथ ही अंजीर पोटेशियम और सोडियम की सतह बनाऐ रखता है जिससे हिर्दय रोगों पर कंट्रोल करना मुमकिन होता है।
पोटेशियम रक्त की धमनियों को सिकुड़ने से बचाती है जिससे हृदय स्वस्थ रहता है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है इसीलिए अंजीर खाना ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बेहद लाभदायक (anjeer ke fayde) है।
सूखे अंजीर में पोटेशियम की काफी मात्रा होती है जो दिल के लिए लाभदायक है क्योंकि इस तत्व की कमी दिल के पट्ठे में रुकावट डालने का कारण बन सकती है।
लगातार अंजीर का सेवन खून का गाढ़ा पन खत्म करता है नालियों में खून के थक्का बनने से रोकता है वह जिस्म की फालतू चर्बी को कम करता है
इसीलिए हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अंजीर एक बेहतरीन उपाय है.
ये भी जाने: Dabur Shrigopal Tail ke fayde डाबर श्रीगोपाल तेल के फायदे और उपयोग
अंजीर का सेवन दिमाग की कमजोरी दूर करने का बेहतरीन टॉनिक है ।
नहार मुँह तीन उसे चार अंजीर खाने से दिमाग शक्तिशाली हो जाता है साथ ही दिमागी की बीमारियों पर काबू पाने में भी मदद मिलती है ।
बेहतरीन नतीजा पाने के लिए सुबह नहार मुँह चार अंजीर खाएं उसके बाद एक गिलास पानी में सात बदाम अखरोट एक छोटी इलायची के दाने पीसकर चीनी मिलाएं और यह मिक्स्चर पी लें।
जिनको दिमागी कमजोरी हो वो इस प्रकार नाश्ता करें कि पहले तीन चार अंजीर खाएं फिर 7 दाने बादाम एक अखरोट की गरी और एक छोटी इलायची के दाने पीसकर पानी में चीनी मिलाकर पी लें मस्तिष्क सुवस्थ हो जाएगा।
अंजीर प्राकृतिक फाइबर से भरपूर है जो कि बवासीर के छुटकारे के लिए काफी मददगार (anjeer ke fayde) है। बवासीर के रोगी 3 से 7 तक सुबह नाहार मुँह शहद के साथ तीन से चार दाने सूखी अंजीर रोजाना खा ले तो इस रोग से छुटकारा मिल सकता है।
इसके अतिरिक्त एक गिलास ठंडे पानी में रात को सूखे अंजीर के दो या तीन दाने भिगो दें और अगली सुबह में खा लें।
भिगोने से पहले गर्म पानी से अंजीर को अच्छी तरह धो लें तथा अंजीर को शीशे के गिलास में भिगोए मिट्टी के बर्तन का प्रयोग ना करें।
इसी तरह ही इस का शाम को सेवन करें इसके सेवन से 3 से 4 हफ्ते तक खूनी बावासीर से छुटकारा मिल जाता है।
पुराने से पुराने बावासीर को दूर करने के लिए हर रोज सुबह खाली पेट पानी में शहद मिलाकर पीना साथ में अंजीर खाना लाभकारी (anjeer ke fayde) है।
ये भी पढ़े:: Patanjali Musli Pak Review पुरुषों की सभी समस्याएं दूर करने के लिए
अंजीर खाने से गला बैठ जाने या गला बंद होने के रोग पैदा नहीं होता। खांसी दमा और गले के दूसरे रोगों के लिए अंजीर बहुत लाभदायक फल (anjeer ke fayde) है।
यह फेफड़ों की सूजन कम करने में मदद करता है और बलगम को पतला करके निकालने में सहायता करता है।
अंजीर और मेथी के बीज पानी में पकाकर शहद में मिलाकर खाने से खांसी में कमी आ जाती है। अंजीर को छाती के पुराने इन्फेक्शन को दूर करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
सर्दी के दिनों में बच्चों को सूखी अंजीर दी जाए यह उनके बढ़ोतरी के लिए बेहद फायदेमंद (anjeer ke fayde) है।
दांत और मसूड़ों पर अंजीर का सेवन बहुत आश्चर्यजनक प्रभाव छोड़ता है।
सूखे अंजीर को तवे पर हल्की आंच पर जलाकर बारीक पीस लें और मसूड़ों के इंफेक्शन के दौरान दातों पर मंजन की तरह खूब मलें इस से मसूड़ों का इन्फेक्शन भी दूर हो जाएगा,
साथ ही दांत के शरीर दर्द को भी आराम मिल जाएगा। यह दांत से मेल और दाग भी ख़त्म कर देगा और दांत सफेद और चमकदार हो जाएंगे।
इसके अतिरिक्त जो दांत दर्द कर रहा हो उसके इलाज के लिए अंजीर के पेड़ के दूध में थोड़ी सी रुई भिगोकर उसे दांत के नीचे दबाकर रखें दर्द फौरन दूर हो जाएगा।
साथ ही इसके खाने से मुंह और दांतों की बदबू भी दूर हो जाती है.
विटामिन सी और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा के कारण त्वचा के लिए बहुत लाभदायक (anjeer ke fayde hindi me) है।
यह बढ़ती उम्र में पड़ने वाली झुर्रियों को रोकने में मदद करता है।जबकि त्वचा में ताज़गी, सॉफ्टनेस ला कर उसे खिलाता है। दूध के साथ अंजीर खाने से रंगत निखरती है और बदन सुडोल होता है।
fig benefits in hindi
जिन लोगों के होंठ, जीभ और मुँह फट जाते हैं उनके लिए अंजीर बेहतरीन टॉनिक है। इसको खाने से खून साफ होता है और चेहरा सुर्ख और सफेद हो जाता है।
जिगर और तिल्ली के रोगों में भी अंजीर बेहद लाभदायक (anjeer khane ke fayde) है ।
लगभग 100 सूखे अंजीर लेकर अंगूरी सिरके में 3 दिन तक भिगोकर रखें।
फिर 3 दिन के बाद उसमें से हर दिन 4 दाने निकाल कर खा लें इससे तिल्ली और जिगर साफ होते हो जाते हैं।
यह तिल्ली और जिगर को बहुत ताकत प्रदान करता है।
अगर किसी की तिल्ली खराब हो गई हो या उस पर सूजन आ गई हो तो पांच या छ अंजीर के साथ बादाम या पिस्ता दिखाएं यह तिल्ली का वरम खत्म करने में बहुत मददगार होता है।
अंजीर मेटाबॉलिज्म को प्राकृतिक शक्ति प्रदान करने वाला ऐसा फल है जो शारीरिक भार में कमी लाने में मदद दे सकता है।
और ज्यादातर इसे मोटापे के शिकार लोगों को खाने का मशवरा भी दिया जाता है।मोटापा कम करने के लिए पांच दाने हर दिन इसका खाना बेहद फायदेमंद (anjeer khane ke fayde in hindi) है।
खून में अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो तो रात को चार सूखे अंजीर और सात बादाम की गिरी को पानी में भिगो दें।
सुबह नहार मुँह मल कर पानी पी ले और बादाम और अंजीर भी खालें।
जादुई तौर पर यह खून में कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के साथ-साथ शरीर की फालतू चर्बी खत्म हो जाने का कारण बन जाएगा।
साथ ही जो लोग चीनी या यूं कहें मिठाई के बहुत शौकीन हैं और इस कारण मोटापे का शिकार हैं अंजीर इन के लिए स्वास्थ्यप्रद पदार्थ साबित हो सकती है।
इसमें प्राकृतिक मिठास काफी ज्यादा होती है जो कि कुछ मीठा खाने की इच्छा पर काबू करने में भी मदद देगी साथ ही ज्यादा कैलोरी भी शरीर का हिस्सा नहीं बनेंगी।
परंतु दूध के साथ इसे खाना शारीरिक भार में बढ़ोतरी का कारण बनता है इसलिए वजन में कमी के लिए इसका प्रयोग दूध के साथ ना किया जाए।
गुर्दे या मसाने की पथरी ज़ियादतर दर्द का कारण बनती है परंतु सफेद अंजीर का सेवन गुर्दे और मसाने की पथरी के लिए बेइंतहा फायदेमंद (anjeer khane ke fayde in hindi) है।
यह पत्थर को घोलकर कमज़ोर कर निकाल देने का कार्य करता है। हर रोज सुबह नहार मुँह 5 या छ अंजीर कलौंजी या कलौंजी के तेल के साथ खाएं तो पथरी निकल जाती है।
साथ ही अंजीर गुर्दे और मसाने का इन्फेक्शन कम करने में भी मदद करता है।
fig benefits in hindi अंजीर महिलाओं को बहुत से स्पेशल है। यह महिलाओं की बहुत से रोगों में उनकी मदद करता है।
fig benefits in hindi पीरियड्स के दौरान शारीरिक कमजोरी बदन की बदहाली दूर करने के लिए यह बहुत असरदार है। बहुत से देशों में महिलाओं को मिठाई के रूप में सूखे अंजीर के फल रिवाज के तौर पर परोसे जाते हैं।
महिलाओं की प्रेगनेंसी के लिए भी अंजीर बहुत लाभदायक (anjeer khane ke fayde) है।
गर्भवती महिलाएं इसको अपनी आहार लिस्ट में अवश्य शामिल करें क्योंकि इसका सेवन गर्भवती महिला व गर्भवती महिला के भ्रूण दोनों के लिए अति उत्तम है।
साथ ही स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी यह बहुत आवश्यक है क्योंकि इसका सेवन करने से बच्चे के लिए माँ का दूध भी अधिक मात्रा में पैदा होता है।
इन सब के अलावा अंजीर के अन्य बहुत से फायदे (anjeer ke fayde) हैं जैसे कि-
इन्हें भी जाने:
P King Capsule Review : आज की व्यस्त जिंदगी में शारीरिक और मानसिक थकावट से… Read More
लीच ऑयल (जोंक तेल) एक पारंपरिक आयुर्वेदिक उपाय है जिसे पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को… Read More
Benefits Of Saffron In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है केसर से रिलेटिड… Read More
Benefits Of Kiwi In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है कीवी से रिलेटिड… Read More
Benefits Of Kumaryasava In Hindi हैलो दोस्तों तो चलिए आज जानते है कुमार्यासव से रिलेटिड… Read More
Benefits OF Raisins In Hindi दोस्तों तो चलिए आज जानते है किशमिश से रिलेटिड जानकारियां… Read More
This website uses cookies.