Black Seeds Benefits in Hindi – कलौंजी को प्राचीन काल से ही भोजन का टेस्ट बढ़ाने तथा खाने को महक देने के लिए प्रयोग किया जाता है।
परंतु क्या आप जानते हैं कि भोजन को टेस्ट देने, स्वादिष्ट बनाने और भोजन को महक देने से हटकर भी यह काले बीज बहुत से सुवास्थ्य सम्बन्धी लाभ अपने अंदर समेटे हुए हैं।
इसकी वजह इन काले बीजों में पाये जाने वाले विटामिन्स, प्रोटीन, अमीनो एसिड, फैटी एसिड,आईरन,पोटेशियम व कैल्शियम आदि तत्व हैं।
आइये हम आपको इन काले बीजों से संबंधित कुछ कमाल की जानकारियां और इसके कुछ जादुई लाभ आपको बताते हैं।
Table of Contents
कलौंजी क्या है? Black Seeds Benefits in Hindi
कलौंजी एक प्रकार का घास का बीज है इसका पौधा सौंफ के जैसा होता है।
यह 40 सेंटीमीटर ऊंचा होता है इसका फूल हल्का पीला और इसके बीजों का रंग काला होता है।
इसके बीजों की शकल प्याज के बीजों से मिलती है यही वजह है कि कुछ लोग हैं प्याज़ का बीच ही समझते हैं।
कलौंजी में पाया जाने वाला एक तत्व Thymoquinone जिस पर वैज्ञानिक शताब्दियों से रिसर्च कर रहे हैं।
यह शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर से बचाव और वरम को खींचने की क्षमता रखता है।
ये भी पढ़े:: Patanjali Musli Pak Review पुरुषों की सभी समस्याएं दूर करने के लिए
इसके अतिरिक्त इसमें एंटीबैक्टीरियल और रसोली से बचाव की क्षमता भी पाई जाती है।
कलौंजी का एशिया में लगभग दो हजार साल से ज्यादा समय से सेवन किया जा रहा है परंतु खाड़ी देशों में लोग इसे दवा के रूप में इससे भी पहले से प्रयोग करते हैं।
वहां के लोग बहुत सी बीमारियों जैसे पीलिया, त्वचा के समस्याएं, पाचन तंत्र की समस्याएं, दमा, हड्डियों की कमजोरी और बुखार आदि के इलाज के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
सबसे पहले रोम के लोग इनका सेवन करते थे प्राचीन यूनानी और खाड़ी देशों के चिकित्सकों ने कलौंजी को रोम से ही प्राप्त किया।
और फिर पूरी दुनिया में इसकी खेती होने लगी और इसका सेवन किया जाने लगा।
प्राचीन चिकित्सा की पुस्तकों से पता चलता है के प्राचीन यूनानी चिकित्सक कलौंजी के बीज को मैदे और पेट की बीमारियों, हाथों का दर्द, याददाश्त की कमी, मस्तिष्क की कमजोरी के लिए प्राचीन काल से आज तक इसका सेवन करते आ रहे हैं।
खाड़ी देशों में कलौंजी को dejestive system अर्थात पाचन तंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
जिन लोगों को खाने के बाद पेट में भारीपन गैस की शिकायत होती है वह आज भी कलौंजी का प्रयोग करते हैं।
कलौंजी के जादुई लाभ – Black Seeds Benefits in Hindi
आज हम आपको विस्तार से बता रहे हैं कि रोजाना कलोंजी को खाना आपको किन किन बीमारियों से बचाने में मदद दे सकता है।
पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा Kalonji for dejestive system
बदहजमी पाचन तंत्र संबंधी बीमारियों में सबसे ज्यादा पाए जाने वाली बीमारियों में से एक है और दुनिया भर में हर उम्र के लोग इसका शिकार होते हैं।
इसको दूर करने के लिए कलौंजी के तेल की कुछ बूंदों को बगैर दूध की चाय में मिक्स करके पी लें इससे तुरंत आराम मिलेगा।
कलौंजी पाचन पाचन तंत्र के लिए अति उत्तम है तथा गैस की समस्या में इससे बहुत लाभ होता है।
वह लोग जिनको खाने के बाद पेट में भारीपन गैस व अफ़ारे की शिकायत महसूस होती है कलौंजी को पीसकर 3 ग्राम खाने के बाद इसका सेवन करें तो इससे ना केवल मनुष्य का पाचन तंत्र सही होगा बल्कि उनका मैदा भी सही हो जाएगा।
एक चम्मच कलौंजी और उसमें आधा हिस्सा काला नमक मिलाकर खाने से पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
इसके अतिरिक्त कलौंजी को सिरके के साथ मिलाकर खाने से पेट के कीड़े भी मर जाते हैं।
जाने: Chandraprabha Vati Uses, Benefits in Hindi चंद्रप्रभा वटी की जानकारी
हृदय को करे सुवस्थ Kalonji for heart disease
सुवस्थ दिल सुवस्थ शरीर की पहचान है और हदृय को स्वस्थ रखने में कलौंजी बहुत कारगर साबित होती है।
अगर हृदय को स्वस्थ रखना है तो एक कप बकरी के दूध में कलौंजी मिलाकर दिन में दो बार पी लीजिये 10 दिनों तक यह काम करें 10 दिन पूरे हो जाने पर कलौंजी और बकरी के दूध को दिन में सिर्फ एक बार ही पियें ऐसा करने से आपका हृदय स्वस्थ हो जाएगा।
और अगर आप हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हैं तो आधा चाय का चम्मच कलौंजी का तेल गर्म पानी में मिलाकर पीना अपनी आदत बना लें इससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
परंतु दिल की बीमारी में कलौंजी का सेवन करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि जब तक कलौंजी का सेवन करें तो इस दौरान तली हुई और कोलेस्ट्रोल वाली चीजों से पूरा परहेज करें।
बेहतरीन याददाश्त के लिए आजमाएं कलौंजी kalonji Seeds for Brain Health
आज कल युवाओं में भूलने की बीमारी बढ़ती जा रही है और इस समस्या का हल भी कलौंजी में है।
कलौंजी याददाश्त को तेज करने में बहुत मददगार साबित होती है।
कलौंजी के बीज पीसकर उन्हें थोड़े से शहद में मिलाकर उसका सेवन करने से याददाश्त को बढ़ाने में मदद मिलती है।
याददाश्त को बढ़ाने के लिए एक गिलास पानी में एक से दो चुटकी कलौंजी और थोड़े से पुदीने के पत्ते मिलाकर उबाल के उसका रोजाना इस्तेमाल करना भी लाभदायक है।
इसके अतिरिक्त कलौंजी को कूटकर शहद में मिलाकर एक चम्मच रोज खाने से याददाश्त बेहतर हो जाती है।
कलौंजी सिर के दर्द से बचाए Black Seeds for Headache
सिर का दर्द आजकल बहुत आम हो चुका है ।
काम काज से भरे जीवन में सिर का दर्द रोज रोज होना आम बात है।
सिर दर्द को दूर करने के लिए रोजाना पेन किलर का प्रयोग स्वास्थ्य को बहुत हानि पहुंचाता है।
सिर दर्द से बचने के लिए रोज़ाना कोई दवाई निगलने से बेहतर है अपने सिर पर कलौंजी के तेल से मालिश करके आराम करें सिरदर्द जल्द ही गायब हो जाएगा।
इसके लिए कलौंजी के तेल को हल्का गुनगुना कर ले और उंगलियों से सिर में मालिश करें थोड़ी देर में ही सिर दर्द से राहत मिल जाएगी।
रोज रात को 10 बूंद कलौंजी का तेल दूध में मिलाकर पीना सर दर्द से राहत देता है तथा थकान को दूर करता है
चमकदार व मजबूत दांतों के लिए कलौंजी Kalonji Seeds for Teeth
सुंदर और स्वस्थ दांत आपके स्वास्थ्य की पहचान ही नहीं बल्कि यह बोलते समय आपके आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं।
अगर आपके मसूड़े सूज रहे हैं या उनमें खून निकल रहा है या दांत कमजोर हो गए हैं तो आपको फौरन डेंटिस्ट के पास जाना चाहिए।
परंतु फौरी तौर पर इलाज के लिए दही में थोड़ी सी कलौंजी का तेल मिलाकर दिन में दो बार मलना मसूड़ों को मजबूत बनाता है।
इसके अतिरिक्त अगर दांतों में ठंडा पानी लगने की शिकायत हो तो कलौंजी को सिरके में उबालकर उस की कुल्ली करने से लाभ मिलता है।
लंबे, घने व सुंदर बालों के लिए कलौंजी Kalonji Seeds for Hair Growth
कलौंजी का तेल बालों को गिरने से रोकने में मदद देकर गंजेपन से बचाता है जबकि बालों में तेजी से बढ़ोतरी भी करता है।
यह बालों को वह नमी प्रदान करता है जिसकी उसे आवश्यकता होती है।
बालों की जड़ों को मजबूत करता है तथा बालों को तेजी से बढ़ाता है।
रोजाना कलौंजी के तेल को गर्म करके बालों में हल्के हाथों से मसाज करें तथा एक घंटे तक लगा रहने दें।
एक घण्टे बाद सिर धो लें यह काम हफ्ते में दो से तीन बार जरूर करें इस से बाल मजबूत होते हैं तथा उन में तेज़ी से बढ़ोतरी होती है।
दानों रहित चमकदार त्वचा के लिए कलौंजी Kalonji Seeds for Skin
चेहरे की रंगत में निखार लाने व दानों और मुहाँसो क दूर भगाने तथा त्वचा को साफ करने के लिए महिलाएँ न जाने कितने पैसे खर्च करती हैं।
अगर आप भी त्वचा सम्बंधी महंगे इलाज से तंग आगई हैं तो एक बार कलौंजी को ज़रूर आज़माइये।
इसको बारीक पीसकर और घी में मिलाकर चेहरे पर लेप करने से फायदा होता है।
कील दानों और मुहांसों की शिकायत में कलौंजी बारीक पीसकर सिरके में मिलाकर सोने से पहले चेहरे पर लेप करें और सुबह धो लिया करें कुछ ही दिनों में इससे लाभ होगा।
इस तरह लेप करने से न केवल चेहरे की रंगत साफ होगी अपितु मुहासे भी खत्म होंगे साथ ही त्वचा में निखार भी आ जाएगा।
नींबू के जूस में कलौंजी के तेल को मिक्स करके उसको प्रयोग करने से त्वचा की बहुत सी समस्याओं पर काबू पाया जा सकता है।
इसके लिए एक कप नींबू के रस में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाएं और इस मिक्सचर को दिन में दो बार त्वचा पर लगाएं आप मुहांसों को जादुई रूप से त्वचा से गायब होता हुआ देखेंगे।
शुद्ध कलौंजी का तेल एड़ी को फटने से बचाने में मददगार साबित होता है।
त्वचा पर घाव होने की सूरत में कलौंजी को तवे पर भून कर मेहंदी के घोल में मिलाकर लगाने से ना केवल घाव भर जाते हैं अपितु उसके निशान और धब्बे भी चले जाते हैं।
कलौंजी जुकाम की दुश्मन Kalonji for Cold
जब थोड़ी सी सर्दी लगने पर सर्दी के मौसम में जुकाम होने लगता है तो ऐसे में कलौंजी को भून कर बारीक पीस लें
और कपड़े की पोटली बनाकर बार-बार सूंघने से जुकाम दूर हो जाता है।
और अगर छींके आ रही हों तो कलौंजी भूनकर बारीक पीसकर जैतून के तेल में मिलाकर उसके तीन चार बूंदे नाक में टपकाने से छींके दूर हो जाएंगी।
पीलिया की रफ्तार को करे कम Black Seeds for Jaundice Treatment
पीलिया एक भयंकर बीमारी है अगर इसका सही समय पर उचित उपचार न हो तो ये जानलेवा हो सकता है।
कलौंजी पीलिया का पूरा इलाज तो नहीं है परंतु इलाज के साथ-साथ अगर कलोंजी का प्रयोग किया जाए तो यह मरीज की सेहत में तेजी से सुधार की प्रक्रिया को पूरा करता है।
थोड़ी सी अजवायन लेकर उसको रात भर पानी में भिगोकर रखें सुबह से छान लें।
और फिर उसमें आधा चाय का चम्मच कलौंजी का तेल शामिल कर दे इनको दिन में एक बार पीना पीलिया से सही होने की रफ्तार बढ़ाने में मदद देता है।
शुगर को करे कंट्रोल Kalonji Seeds for Diabetes
शुगर रोगयों के लिए कलौंजी एक सरल उपचार है।
ये शुगर के रोगियों के लिए बेहतरीन दवा है। रोज़ कैलांजी का सेवन शुगर रोगियों के अति लाभदायक है।
खाने के साथ इसको शामिल कर के खाना काफी फ़ायदा पहुँचा सकता है। Black Seeds Benefits in Hindi
इस के अतिरिक्त एक चाय का चमचा कलौंजी का तेल एक कप काली चाय में मिला कर सुबह सवेरे पी लेने से थोड़े ही दिनों में आप बहुत लाभ पा सकते हैं।
दमा रोग से बचाव के लिए कलौंजी Kalonji Seeds for Asthma Prevention
कलौंजी के बीजों को पीस कर उन्हें शहद में मिलाकर रोजाना इसका सेवन करने से दमे की रोग से बचाव होता है।
परंतु इसके लिए इसको कम से कम डेढ़ महीना रोज का सेवन करना होगा।
और इस दौरान ठंडी चीजों खाने और पीने की ठंडी चीजों से परहेज करना होगा।
किडनी की समस्या में लाभदायक है कलौंजी Kalonji for Kidney
गुर्दों में पथरी की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ती जा रही है।
इससे बचने के लिए आधा चाय का चम्मच कलौंजी का तेल दो चाय के चम्मच शहद में मिलाकर गर्म पानी के साथ पीना शुरू कर दें।
इससे गुर्दों का दर्द पथरी और इन्फेक्शन दूर हो जाता है परंतु सही खानपान के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
मोटापा कम करने में मददगार कलौंजी Kalonji for Weight Loss
अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान है और कोई भी दवा कारगर साबित नहीं हो रही है तो घबराइए नहीं।
बस गरम पानी, शहद और नींबू के जूस में चुटकी भर कलौंजी को मिक्स करके उसे कुछ टाइम के लिए रोज पीना अपनी आदत बना लें।
यह बहुत ही जल्द कई किलो जिस्मानी वजन घटाने में मददगार साबित होगा।
जोड़ों के दर्द से राहत के लिए कलौंजी Kalonji Seeds for Joint Pain
बुढ़ापे , चोट लगने या अन्य किसी कारण से अगर आपको जोड़ों के दर्द की समस्या हो गई है
तो इसे दूर करने के लिए थोड़ी सी कलौंजी लेकर उसे मस्टर्ड आयल के साथ गर्म करें।
जब उस से धुआं उठे लगे तो उसे नीचे उतार कर ठंडा कर लें।
अब उसमें अपनी उंगली डालकर देखें जब वह ज्यादा गर्म ना हो तो उसे अपने जोड़ों पर मालिश करें जोड़ों का दर्द जल्दी गायब हो जाएगा।
अन्य लाभ Other Black Seeds Benefits in Hindi
इसके अतिरिक्त कलौंजी के और भी बहुत से लाभ हैं। अन्य कुछ लाभ हम आपको बताते हैं-
- कलौंजी का तेल और तिल का तेल मिलाकर कान में डालने से कान का दर्द दूर हो जाता है।
- 6 बूंदे कलौंजी के तेल को रात को दूध के साथ सेवन करने से सांस की नाली बलगम से साफ हो जाती है।
- कलौंजी का तेल बदन पर लगाने से तिल खत्म हो जाते हैं और इसको खाने से बदन की खुश्की दूर हो जाती है।
- इसकी धोनी देने से मच्छर और खटमल मर जाते हैं इसीलिए कलौंजी को घरों में महंगे कपड़ों में रखा जाता है।
- इसको विभिन्न प्रकार के ज़हर के इलाज के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
- पागल कुत्ते के काटने या भिड़ के काटने के बाद कलौंजी का सेवन फायदेमंद है।
- कलौंजी में वरम को दूर करने और गिल्टी को गलाने की भी क्षमता है।
- अगर जिस्म का कोई हिस्सा सुन हो जाए तो कलोंजी का तेल फायदेमंद है।
- कान के दर्द में भी कलौंजी का तेल फायदा पहुंचाता है।
- जिन लोगों को हिचकी आती है वह कलौंजी के पाउडर को 3 ग्राम खाने के चम्मच मक्खन में मिलाकर इसका सेवन करें तो फायदा होता है।
- फेफड़ों के लिए भी कलौंजी फायदेमंद है।
- कलौंजी का तेल जोर देकर हल्का गुनगुना सिर पर लगाने से नजला जुकाम और सिर दर्द दूर हो जाता है।
कलोंजी से कैसे फ़ायदा उठाऐं? Black Seeds Benefits in Hindi
कलोंजी को आप अपने भोजन में डाल कर इसका सेवन कर सकते हैं।
आप इसे दही में डाल कर भी खा सकते हैं तथा नीबू के जूस में डाल कर भी पी सकते हैं।
इसी प्रकार सुबह नाश्ते व रात के भोजन में कुछ दाने कलोंजी के डाल कर खाने से भी बहुत लाभ मिलता है।
सावधानियां Caution || Black Seeds Benefits in Hindi
कलौंजी के बीज बहुत लाभदायक हैं परंतु इसका प्रयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
जैसे कि लंबे समय तक कलौंजी का प्रयोग ना करें।
एक समय में हद से ज्यादा कलौंजी का प्रयोग न किया जाए क्योंकि इसमें कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं।
जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं परंतु थोड़ा सा थोड़े समय बाद फिर से कलौंजी का प्रयोग किया जा सकता है।
गर्भवती महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के कलौंजी का प्रयोग ना करें।
सदैव असली कलौंजी का ही प्रयोग करें असली कलौंजी की पहचान यह है कि अगर उसे सफेद कागज में लपेट कर रखा जाए तो उस पर चिकनाई के दाग लग जाते हैं तथा इस के बीज खुश्बुदार होते हैं।