Benefits Of Gomed stone In Hindi सबसे पहले तो आप सभी ये सोच रहे होंगे कि ये गोमेद रत्न की चीज़ क्या है ? Gomed stone का नाम बहुत कम लोगों ने सुना होगा, बहुत कम लोगों को इसकी जानकारी होगी।
तो चलिए आज हम इस पोस्ट में आपको गोमेद स्टोन के बारे में आपको जानकारी देंगे। तो सबसे पहले तो हमें यह पता होना चाहिए कि गोमेद स्टोन क्या है? इसका प्रयोग कैसे किया जाता है और इसके क्या फायदे होते हैं ?
Gomed stone एक प्रकार का ग्रह में धारण करने वाला रत्न है। अंग्रजी में गोमेद स्टोन को ‘हैसोनाइट स्टोन’ कहा गया है। शास्त्रों के अनुसार गोमेद रत्न में क्रूर और शक्तिशाली राहु की ऊर्जा समाहित है।
ज्योतिषी विज्ञान (Astrology) में गोमेद को एक खूबसूरत रत्न माना है, जो जीवन को सुंदर बना देता है। गोमेद सबसे लाभदायक रत्नों में से एक माना गया है। गोमेद (Benefits Of Gomed stone In Hindi) राहु ग्रह से संबंधित रत्न माना गया है। ज्योतिषी शास्त्र में राहु को पाप ग्रह माना जाता है। अतः ज्योतिषाचार्यो द्वारा राहु के दुष्प्रभावों को समाप्त करने के लिए गोमेद रत्न की सलाह दी जाती है।
ध्यान रखने योग्य बातें :– गोमेद स्टोन के साथ माणिक्य, मूंग और पुखराज नहीं पहनना चाहिए।
Table of Contents
2. Benefits Of Gomed stone In Hindi |गोमेद रत्न के फायदे:
गोमेद रत्न को धारण करने के फायदे जानते है क्या आप ?चलिए जानते है अब गोमेद रत्न (Benefits Of Gomed stone In Hindi) के फायदे के बारे में, इससे लगाने से हमें क्या क्या फायदे मिलते है ?
1. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसके लिए गोमेद स्टोन किसी वरदान या चमत्कार से कम नहीं है। इस स्टोन को धारण करने से कालसर्प दोष के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।
2. जो लोग राजनीति, जनसंपर्क, संचार से जुड़े क्षेत्रों में व्यापार करते हैं, उन्हें गोमेद पहनने से अद्भुत लाभ मिलते हैं। इन लोगों को हैसोनाइट स्टोन पहनने से शक्ति, संपन्नता और सफलता मिलती है।
3. अगर कोई राहू की अंर्तदशा या महादशा से गुज़र रहा है तो उसे भी राहू का रत्न पहनने से लाभ मिलेगा। ये रत्न आपको राहू के दुष्प्रभावों से बचाने में मदद करता है।
4. शत्रुओं और विरोधियों को पराजित करने एवं निराशा से भरे विचारों को दूर करने के लिए भी इस रत्न को पहना जा सकता है।
5. जिन लोगों का मन भ्रम और आशंकाओं से घिरा रहता है, उन्हें राहू का रत्न पहनना चाहिए। ये स्टोन विचारों में पारदर्शिता लाता है। मन के डर को दूर कर गोमेद व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ाता है और उसे प्रेरित करता है।
3. गोमेद रत्न के लाभ|Benefits Of Gomed stone In Hindi
यह रत्न जहां रुके हुए कार्यों को पूरा करने का कार्य करता है, वहीं जीवन के हर क्षेत्र में सफलता देता है। ज्योतिषियों की माने तो जन्म कुंडली की दशाओं को जानकर ही इस रत्न को धारण करना उचित रहता है। इतना ही नहीं गोमेद स्टोन से और भी लाभ होते हैं जैसे:–
- ब्लड केंसर,
- कम सुनाई देना
- आंखो और जोड़ों की दर्द में राहत दिलाता है।
4. Method Of Wearing Gomed stone|गोमेद रत्न धारण की विधि:–
गोमेद रत्न की अंगूठी को सबसे पहले गंगा जल, दूध, शहद और मिश्री में घोलकर एक रात उसमें ही रहने दें। तत्पश्चात ‘ॐ रां राहवे नमः मंत्र का 108 बार जाप करके कनिष्का में धारण करना चाहिए।
5.गोमेद रत्न को किस उंगली में धारण करें (Which Finger To Wear Gomed stone)
इसे चांदी या अष्टधातु की अंगूठी में जुड़वाकर पहनना उचित रहता है। राहु का रत्न गोमेद को कनिष्क ऊंगली में पहनना चाहिए, क्योंकि मिथुन राशि में उच्च का होने से बुध की अंगुली कनिष्का में पहनना शुभ लाभदायक रहता है। यह राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करता है। गोमेद को धारण करने से राहु की दशा – महादशा को दुष्प्रभावों से निजात मिलती है।
यह रत्न शत्रु पर विजय दिलाने वाला भी माना जाता है, इतना ही नहीं इसे धारण करने से सकारात्मक विचार एकाग्रता और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
6.कौन धारण करे गोमेद रत्न:– (Who Should Wear Gomed stone)
- इसे राजनीती..
- जासूसी…
- सट्टा खेलने वाले तथा
- मंत्र विद्या या तंत्र से जुड़े व्यक्ति पहनते हैं।
7. कौन न पहनें ये गोमेद रत्न:– (Benefits Of Gomed stone In Hindi)
जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु 5वें, 8वें, 9वें,11वें,12वें स्थान पर हो उन्हें गोमेद धारण नहीं करना चाहिए। इससे नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता है तथा उनका व्यापार–व्यवसाय राहु ग्रह से संबंधित हो उन्हें भी यह रत्न नहीं पहनना चाहिए।
8. गोमेद रत्न कितने रत्ती का पहनना चाहिए:– (Benefits Of Gomed stone In Hindi)
कम से कम 6 रत्ती का Gomed stone पहनना चाहिए। गोमेद रत्ती को पहनने या जानने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने वजन को देखें। मान लीजिए आपका वजन 60 किलो ग्राम हैं, तो आपको 6 रत्ती को अपोल पहनने से लाभ होगा।
9.गोदाम रत्न कहां मिलता है:– (Benefits Of Gomed stone In Hindi)
गोमेद एक चमकदार और अपारदर्शी रत्न हैं। यह गहरे भूरे अथवा लाल रंग की तरह होता है। इसे गारनेट समूह का रत्न माना जाता है। यह दुनिया में कई जगहों पर पाया जाता है। गोमेद मुख्य रूप से यह भारत, श्रीलंका और ब्राज़ील में आसानी से मिल जाता है तथा साउथ अफ्रीका, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी यह रत्न पाया जाता है।
10. गोमेद रत्न के नुकसान:– ( Side Effects Of Gomed stone)
अभी तक के इस लेख में हमने आपके गोमेद रत्न (Gomed stone) क्या होता है, इसके फायदे, कौन इसे पहन सकते है और कौन नहीं पहन सकते, ये कहां मिलता है इन सब की जानकारी दी। तो अब इसके नुकसना के बारे में भी जान लेते हैं कि इससे क्या क्या नुकसना हो सकते हैं।
गोमेद रत्न के नुक्सान बहुत से है:–
- गोमेद रत्न वृष, मिथुन, कन्या, तुला, और कुम्भ राशि को छोड़कर किसी भी राशि के लोगों को गोमेद रत्न नही पहनना चाहिए ।
- राहु ग्रह अगर एक, चार, पांच, सात, और दसवें भाव में हो तो ही गोमेद रत्न को पहनना चाहिए ।
- नकली गोमेद रत्न को पहनने से परेशानी और भी बढ़ जाति है इसलिए नकली गोमेद रत्न नहीं धारण करना चाहिए ।
- गोमेद रत्न को राहु और शनि की महादशा के लोगों को ही पहनना चाहिए ।
- गोमेद रत्न कभी भी टूटा या खराब नही पहनना चाहिए ।
- गोमेद रत्न पहनते समय इस बात का ध्यान रखें कि गोमेद में किसी भी प्रकार से दाग या धब्बा ना हो नही तो यह आपके लिए मुसिबत का कारण बन सकता है ।
- गोमेद रत्न को पहनते समय यह भी ध्यान रखे की गोमेद रत्न में किसी भी प्रकार से कोई गड्ढा ना हो नही तो इससे आपको धन हानि भी हो सकती है ।
- गोमेद रत्न पहनते समय ज्योतिष से एक बार सलाह जरूर लेनी चाहिए नही तो यह आपको उल्टा परिणाम भी दे सकता है ।
इसी तरह से गोमेद रत्न की बहुत सारी हानियां भी है जिसके बारे में आपका जानना बहुत जरूर है ।
यह थी (Gomed stone) से जुड़ी जानकारी जो हमनें आपके दी। अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगे तो इसे शेयर करें और कमेंट में अपनी राय जरूर दें। ऐसी और जानकारी के लिए आप हमारे इस पेज को फॉलो करें।
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